प्रेमा--मुंशी प्रेमचंद

38 Part

114 times read

1 Liked

जब लोगों ने देखा इन शरारतों से अमृतराय को कुछ हानि पहुँची तो और ही चाल चले। उनके मुवक्किलों को बहकाना शुरु किया कि वह तो ईसाई हो गये हैं। साहबों ...

Chapter

×